सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी को ब्रह्मज्ञानी भी कहा जाता है। श्री गुरुग्रंथ साहिब में सर्वाधिक वाणी पंचम गुरु की ही हैं। उन्होंने गुरुग्रंथ साहिब का संपादन कराया था। उन्होंने रागों के आधार पर गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित वाणियों का जो वर्गीकरण किया है, उसकी मिसाल धार्मिक ग
via जागरण संत-साधक
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