केदारनाथ त्रासदी के एक साल हो गए, लेकिन कई लोगों के जख्म अभी भी हरे हैं। सरवाल निवासी एक दंपति के साथ भी केदारनाथ में कुछ ऐसा ही हादसा हुआ, जिसे उनके परिजन अभी तक नहीं भूला सके हैं। सरवाल निवासी अनिल गुप्ता की अंतिम बार अपने माता-पिता से पिछले वर्ष पंद्रह जून को बात हुई थी। उस समय शायद ही उन्होंने यह सोचा होगा कि अब वह
via जागरण धर्म समाचार
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