कल्याण की भावना ही शिव-तत्व है। जन कल्याणकारी कार्र्यो की ओर प्रवृत्त होना ही सच्ची शिव-आराधना है। इस सावन में हम गंगा व अन्य नदियों को प्रदूषित होने से बचाने का संकल्प लें। मान्यता है कि महाप्रलय के अंत में भगवान शिव ने नटराज के रूप में अपने शब्द ब्रह्म का नाद घोषित किय
via जागरण धार्मिक स्थान
http://ift.tt/1wdEa9E
0 comments:
Post a Comment