दानवीर कर्ण की तपस्थली कर्णप्रयाग में एक रात बिताने के बाद हम सुबह-सुबह ईड़ाबधाणी की ओर रवाना हुए। जी हां! छह जुआ (छोटे गांवों) का वही गांव ईड़ाबधाणी, जिसकी नैसर्गिक सुंदरता पर देवी नंदा भी मोहित हो उठी थी। गांव के मुखिया जमन सिंह जदोड़ा को दिया वचन निभाने के लिए हर बार की तरह बीते रोज भगवती नंदा
via जागरण धर्म समाचार
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