सावन के तीसरे सोमवार को काशी की सड़कें और गलियां आस्था और श्रद्धा की फुहार से भीग उठीं। मुंह अंधेरे से हर हर महादेव और बम बोल उद्घोष भक्ति रस घोलने लगा। सूरज की किरणों फूटने के साथ चहुंओर भक्ति का रंग बिखर आया। केसरिया बाना ने हरियाले सावन पर चादर सा ताना और औकात दिखा दी। काशी विश्वनाथ मंदिर, मर
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-kashi-full-of-faith-and-trust-shots-10643371.html
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