ललितेश्वर महादेव के दर्शन करने मात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। यहां शिवरात्रि को जो भक्त रुद्राभिषेक करके नैवेद्य चढ़ाते हैं, उन्हें लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। संगम से कोस भर की दूरी पर माता अलोपशंकरी देवी शक्तिपीठ के रूप में विराजमान हैं। ग्रंथों में वर्णन है कि माता का बायां हाथ प्रयाग में गिरा था। हाथ गिरत
via जागरण धार्मिक स्थान
http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-desire-of-every-devout-darsan-is-complete-10646327.html
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