कानपुर। सतयुग में एक भागीरथ ने तप करके पतित पावनी गंगा को जमीं पर उतारा था और अब कलयुग में गंगा अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करने के साथ प्रदूषित हो चली है। सोमवार को गंगा मैया की रक्षा करने के लिए तमाम भागीरथों ने एक साथ संकल्प लिया। उनमें न तो कोई धर्म भेद, रंग भेद, जाति भेद और न ही कोई ऊंच-नीच की खाई
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-bhagirath-ganga-trying-to-protect-10695279.html
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