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Tuesday, October 22, 2013

चांद में होगा सजना का दीदार

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा को मन का नियंत्रक माना जाता है। मन चंचल है और चंद्रमा शीतल। यह शीतलता ही चंचलता को नियंत्रित करती है। मनुष्य की प्रवृत्ति है कि उसका मन बुद्धि पर हावी होने की हमेशा कोशिश करता है। बुद्धि के हारते ही मन व्याकुल हो जाता है। इसलिए मन पर नियंत्रण बना रहे इसके लिए चंद्रमा की पूजा की जाती है।



via जागरण धर्म समाचार

http://www.jagran.com/spiritual/religion-must-comport-with-the-appearance-of-the-moon-10812024.html

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