कांगड़ा किला के बिलकुल सामने 500 फुट की ऊंची पहाड़ी पर स्थित जयंती मां दुर्गा की छठी भुजा का एक रूप है। दापर युग में यह मंदिर यहां पर निर्मित हुआ था। जयंती मां जहां जीत का प्रतीक है तो वहीं पाप नाशनी भी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यहां पर पांडवों का भी वास कुछ समय तक रहा है। महाभारत के युद्ध के समय युधिष्ठिर क
via जागरण धार्मिक स्थान
http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-anniversary-of-the-victory-and-the-mother-papanashni-10858988.html
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