अनगिन मांगलिक सौगातों और तमाम झंझावातों का भी साक्षी रहे गंगा तट ने मंगलवार को द्वैपायन के वेद व्यास बनने की कहानी सुनी। सुर लय ताल में महर्षि के ज्ञान और महिमा का बखान। इससे गंगा भी अपने लाल की विद्वता पर निहाल हो गई। मौका अखिल भारतीय व्यास महोत्सव की अंतिम शाम का। डा. शिवराम शर्मा की रचना पर आधारित नृत्य नाटिक
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-bkani-rhythm-tone-of-the-story-of-veda-vyasa-10944090.html
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