नए वर्ष को यदि सकारात्मकता के साथ जिएंगे, तभी हम नूतनता की नव-ऊर्जा को पूरेपन के साथ अनुभव कर पाएंगे। आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रवि शंकर के विचार.. उत्सव व उत्साह में हमेशा नयापन होता है। हमारे शरीर में नयापन हर क्षण हो रहा है, क्योंकि शरीर में हर अणु बद
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-art-of-living-new-energy-innovation-10975392.html
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