समाज ने भले ही उनका तिरस्कार कर दिया हो, लेकिन वो सबकी खुशहाली की दुआ करते हैं। उनकी अपनी दुनिया है जिसका हर रंग निराला है। सोमवार को चाक पूजन किया। पूरे साल घर-घर जाकर दूसरों के लिए दुआएं मांगने वाले किन्नर इन दिनों अपनी खुशियों में व्यस्त हैं। देशभर से आए किन्नरों में यहां नाचना, गाना और खाना चल रहा
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-chalk-worship-shemale-bride-10990536.html
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