आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद का दर्शन सदाचार और राष्ट्र की उन्नति से जुड़ा हुआ था। स्वामी दयानंद जयंती (24 फरवरी) पर विशेष.. दों के अद्वितीय भाष्यकार और निर्भीक संन्यासी स्वामी दयानंद सरस्वती ने देश को दुर्दशा, पाखंड और अनाचार से मुक्ति दिलाने के लिए और उसे पुन: गौरवशाली अ
via जागरण संत-साधक
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