कान्हा की नगरी में श्रद्धा, भोग- प्रसाद और पोशाक का कुछ ऐसा रुतबा है कि हर ओर ठाकुरजी के जयकारे सुनाई पड़ते हैं। ठाकुरजी हजारों रुपये मूल्य की पोशाक धारण करते हैं। ब्रज की इस पवित्र भूमि में ठाकुरजी पोशाक पहनकर इठलाते हैं, सबको रिझाते हैं। इसके विपरीत इन्हें बनाने वाले दो हजार कारीगर मेहनत- मशक्कत के ब
via जागरण धर्म समाचार
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