जैन धर्म के प्रथम तीर्र्थकर ऋषभदेव जी ने समाज को उनके कर्तव्यों की ओर उन्मुख करके विद्या एवं कलाओं के द्वारा विकास का रास्ता दिखाया। ऋषभदेव जयंती (25 मार्च) पर विशेष.. जैन धर्म के प्रथम तीर्र्थकर ऋषभदेव जी एक श्रेष्ठ राजा तो थे ही, साथ ही महान दार्शनिक भी थे। उन्हें आदिनाथ भी कहत
via जागरण संत-साधक
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