सुख के साधन पिछली पीढ़ी से ज्यादा होने के बावजूद हम वर्तमान में अधिक दुखी है। जबकि, होना यह चाहिए कि हम जहां हैं, वहीं से जीवन का आनंद उठाएं। विश्व जागृति मिशन के सत्संग में प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रवचन करते हुए संत सुधांशु महाराज ने यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जीवन में आनंद की खोज हमारा लक्ष्य है, इसलिए आनंद और उ
via जागरण धर्म समाचार
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