नवरात्र में मातृशक्ति की उपासना शक्ति अर्थात ऊर्जा के रूप में की जाती है। इस उपासना का मंतव्य स्वयं को परिमार्जित करके ऊर्जा का आज्जान करना है। वासंतिक नवरात्र पर विशेष.. आदि पुरुष कहे जाने वाले 'मनु' ने धर्म की परिभाषा दी है कि जो धारण करने योग्य हो, वह धर्म होता है। हम इस प
via जागरण संत-साधक
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