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Thursday, March 6, 2014

होरी रे रसिया: मजाक भी ऐसी कि नजरें फेरनी पड़ती बुजुगरें को

मथुरा। यही तो तीनों लोकों में न्यारा ब्रज है। तभी तो यहां की होली दुनिया भर से अलग है। फूलों की होली जहां प्रेम भरी खुशबू बिखेरती है, तो रंग करते देते हैं अपनत्व से सराबोर। लठामार होली की बात ही और है। होरी के हुड़दंग में हुरियारे इतने बेशर्म बन जाते हैं कि छोरी दिखे या महिला, ऐसी हरकतें-शरारतें करते हैं कि लाठी पड़ना




via जागरण धर्म समाचार

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