नंदा के गीतों से गूंजती वादियों में बेटी से मिलने के उत्साह और बिछड़ने पर उदासी के भावों का अद्भुत संगम नजर आ रहा है। आंसूओं में बह रहा उल्लास यह बताने के लिए काफी है कि अध्यात्म की यात्रा किस तरह इंसान और भगवान के बीच मानवीय रिश्तों के अटूट बंधन की कहानी बन चुकी है। सदिय
via जागरण धर्म समाचार
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