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Wednesday, August 20, 2014

नंदा राजजात: परंपरा के थाल में संस्कृतियों का संगम

कहां नहीं है नंदा। वह तो घट-घट में विराजमान है, पर देवी नहीं, बहिन, बेटी व बहू के रूप में। जिस प्रकार अल्मोड़ा के चंद राज परिवार की राजकुमारी नंदा की मृत्यु पर नंदा देवी मंदिर स्थापना की अनुश्रुति है, उसी प्रकार गढ़वाल में एक जागर (स्तुति) के अनुसार चांदपुरगढ़ नरेश भानुप्रताप की दूसरी पुत्र




via जागरण धार्मिक स्थान

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