जिस मिरजई (पारंपरिक पहनावा) को हम भूलते जा रहे थे, वही राजजात यात्रा में आकर्षण केंद्र बन गई है। ऐसा संभव हो पाया उसके कलेवर में बदलाव से। यह मिरजई पारंपरिक ऊनी कपड़े की नहीं, बल्कि कैबेडीन के वाटर प्रूफ कपड़े से बनाई गई है। यही वजह कि नंदा पथ के यात्रियों ने इसे हाथों-हाथ लिया। मिरजई कभी उल
via जागरण धर्म समाचार
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