अक्सर घरों की छत पर बैठकर कांव-कांव करने वाले कौए अब शहर में नजर नहीं आते। हालांकि, अक्सर लोग छत पर बैठे कौओं को उड़ा देते हैं, लेकिन पितृपक्ष में यही कौए श्रद्धा के पात्र बन जाते हैं। कौओं को पितरों का प्रतीक माना गया है और लोग इन्हें भोजन कराकर पितरों को तृप्त करते हैं। इसके अलावा श्वान (कुत्ता) और गाय
via जागरण संत-साधक
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