काम शिल्पों के लिए चर्चित खजुराहो के प्रांगण में आज चौथे दिन रामचरितमानस संत मोरारी बापू ने एक अनोखे रस की रचना कर दी। काम दर्शन को समझने का सलीका सिखाया। काम के गूढ़ सत्य पर आज उनकी चर्चा में गजल, सौंदर्य एवं नशे का अद्भुत मिश्रण था। उसमें विरह, ...
via Web Dunia
http://ift.tt/Xupb0h
via Web Dunia
http://ift.tt/Xupb0h
0 comments:
Post a Comment