आइए, आपको मोक्षधाम गयाजी की तंग गलियों में ले चलते हैं। इन गलियों में कभी आपके पूर्वज आए थे। यहां पुराने मकानों में अलमारी में आज भी उनके दस्तखत सुरक्षित हैं। नई पीढ़ी अपने पूर्वज को नमन करने यहां आती है तो उनके उन दस्तखत को ढूंढ़ती है। यह सब तब हो रहा है जब कंप्यूटर का माउस क्लिक करते ही देश-दुनिया की पूरी जानकारी ि
via जागरण पूजा-पाठ
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