मां दुर्गा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता भक्त देवी के तजोमय स्वरूप से एकाकार हो जाता है। पूजा-अर्चना, व्रत और रात्रि जागरण मानो समस्त सृष्टि उत्सवमय होकर मां के चरणों में नतमस्तक होने को उठती है। ब्रहमांड की महाशक्ति, मां जगदंबा के नौ रूपों की उपासना का अवसर पा कर श्रद्धालु धन्य हो जाते हैं। समय किसी का इंतजार नहीं करता। काल चक्र अपनी
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-like-the-enigmatic-nature-of-the-goddess-10351308.html
via जागरण संत-साधक
http://www.jagran.com/spiritual/sant-saadhak-like-the-enigmatic-nature-of-the-goddess-10351308.html
0 comments:
Post a Comment