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Wednesday, May 1, 2013

हनुमान की जन्म कथा दिव्य एवं रहस्यमयी है

माई ऐसा पूत जण, कै दाता कै सूर। नांहि त रह तू बॉझड़ी, मती गवांवें नूर।। पुत्रवती जुबती जग सोई। रघपति भगतु जासु सुतु होई।। श्री हनुमान अंजना नामक माता के आनंद को बढ़ाने वाले हैं। यह आनंद केवल दो बातों से होता है-पुत्र की वीरता से या पुत्र की रामभक्ति से। यह दोनों बातें श्री हनुमान के जीवन में पद-पद पर दृष्टिगोचर होती है। श्री



via जागरण धार्मिक स्थान

http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-hanumans-birth-narrative-is-divine-and-mysterious-10351310.html

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