पर्यटन निगम की अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही से पौराणिक महत्व के भांडीरवन और बंसीवट अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं। चुनिंदा श्रद्धालुओं की बदौलत ही इन मंदिरों में किसी तरह पूजा-अर्चना हो रही है। मांट मूला ग्राम पंचायत के भांडीरवन का गर्ग संहिता में उल्लेख मिलता है। लिखा है कि श्रीकृष्ण और राधा का गंधर्व विवाह इसी वन में हुअ
via जागरण धार्मिक स्थान
http://www.jagran.com/spiritual/mukhye-dharmik-sthal-was-in-bnsivt-sriradha-krishna-gandharva-marriage-10846127.html
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