सुराधिपति इंद्र की पूजा छीनकर गोवर्धन पूजा कराने वाले सात बरस के सांवरे को ब्रजभूमि एवं ब्रजजनों का अस्तित्व बचाने के लिए सात दिन सात रात तक सात कोस गिरिराज को बांये हाथ की कनिष्ठका अंगुली पर धारण करना पड़ा था। ऐसे अनगिनत स्वर्णिम साक्ष्यों से इतिहास भरा पड़ा है कि भक्तों की रक्षा के लिए भगवान को न सिर्फ अवतार लेना पड़ा
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-seven-days-seven-nights-as-brij-survival-10846131.html
0 comments:
Post a Comment