संसार में अनेक धर्म, मत और संप्रदाय हैं। प्रत्यक्षत: उन सबका उद्देश्य एक ही है- मानवमात्र के प्रति प्रेम और कल्याण की भावना जगाना। परंतु वास्तविक स्थिति क्या है? क्या ये धर्म एकता, प्रेम और भ्रातृत्व भाव जाग्रत करने के स्थान पर लोगों के बीच द्वेष और कटुता नहीं भड़का रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि यह सब होता है- भगवान के नाम पर। बड़े-बड़े
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-today-requires-spiritual-awakening-10846136.html
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