वाराणसी। भक्तों के भाव पर रीझते भोले शंकर और खुद अपने आराध्य देव के लिए हृदय के पट खोले। उनकी नगरी में श्रीराम के नाम का उपनगर (रामनगर) और इसमें प्रभु समेत चारों भाइयों के विवाह संस्कारों को समेटे अनूठे पल 'कोहबर की झांकी' को संजोए जनकपुर मंदिर। सिया समेत चारों बहनें और साथ पिया। सीता-राम, मांडवी-भरत, उर्मिल
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-200-year-old-temple-in-janakpur-ram-marriage-sjegi-kohbr-10915740.html
0 comments:
Post a Comment