अधिग्रहीत परिसर के दर्जन भर से ज्यादा मंदिरों के दिन बहुरने का नाम नहीं ले रहे हैं। तीन साल पूर्व भण्डार कक्ष की छत गिरने के बाद से सीता रसोई में चूल्हा नहीं जल पा रहा है, जबकि भोग-राग बंद होने से शेषनाग भूखे हैं। धनाभाव में रामचरितमानस भवन व साक्षीगोपाल मंदिर में भी पूजा-पाठ भी दशक भर से बंद चल रहा है। रामलला के मुख्य
via जागरण धर्म समाचार
http://www.jagran.com/spiritual/religion-sita-kitchen-stove-cold-hungry-sheshnaag-10915717.html
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