भगवान श्रीकृष्ण की कर्मभूमि पर रंगोत्सव मनाने की विविधाएं हैं। ऐसी एक अनूठी डेढ़ सौ साल से गोकुलपुरा में चली आ रही है। यह पंरपरा है, कंस गेट से कंस का पुतला गिरा कर उसे मारने की। इसमें कंस के पुतले के सिर के टुकड़े किए जाते हैं। उसके बाद होली का उल्लास पूरे क्षेत्र में छा जाता है। मेले का देर रात तक लुत्फ उठाय
via जागरण धर्म समाचार
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