वसंत का अहसास कराता मौसम। रविवार को सूरज चढ़ा तो बरसाने की चमक ही निराली थी। बरसाना की होली में गुलाल बरसने लगा। आसमां ने गुलाबी आभा ले ली। होरी के रसियाओं का रस बरसना शुरू हुआ तो, तो छठा बदलने लगी। फाग खेलन बरसाने आयो है, नटवर नंद किशोर.घेर लई सब गली रंगीली, छाय रही है छटा छबीली की टेर क
via जागरण धर्म समाचार
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