रंगभरी एकादशी पर बुधवार को गौरी शंकर के गौने के जश्न में काशी अंगराई। भक्तों ने भोले बाबा को गुलाल से लाल कर नेग के तौर पर होली खेलने की अनुमति ली। इसके साथ ही समूची काशी होली के पांच दिन पहले ही होलियाना मूड में आ गई। रजत पालकी सजाई और तारनहार का रच रच दूल्हा रूप श्रृंगार किया। गौरा को नख शिख स
via जागरण धर्म समाचार
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