संत गंगाजल व गोबर से होली खेलते हैं, जो हर साल की तरह इस बार भी खेली जाएगी। हालांकि अब संत फूलों व रंगों से भी होली खेलने लगे हैं, लेकिन अधिकतर संत आज भी गंगाजल व गोबर से ही होली खेलते हैं। संत समाज ने गंगा जल की गोबर की होली खेलने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। आश्रमों की गौशालाओं से गोबर एकत्रित किया जा चुका ह
via जागरण धर्म समाचार
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