अद्भुत, अलौकिक और अविस्मरणीय। देवी-देवताओं के साथ मानवीय संवेदनाओं के इस अनूठे रिश्ते का साक्षात्कार जिंदगी भर नहीं भुलाया जाएगा। नंदादेवी की मायके से विदाई का पल आ चुका है और विदाई के उत्सव में डूबे नंदाधाम नौटी में भावनाओं का ज्वार भी चरम पर है। माता-पिता, भाई-बंधुओं व सि
via जागरण धर्म समाचार
http://ift.tt/1qlOCbK
0 comments:
Post a Comment