खुशियों की रीति ने शुक्रवार को सामाजिक कुरीति का रंग उड़ा दिया। वृंदावन के आश्रय सदनों की विधवाओं ने सदियों पुरानी परंपरा की बेड़ियों को तोड़ रंगों से होली खेली। पिचकारी से रंग बरसा कर एक- दूसरे को सराबोर किया। राधा- कृष्ण का रूप धारण कर होली गायन, नृत्य और रासलीला की। वर्षो बाद रंगों से होली खेल ि
via जागरण धर्म समाचार
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