गीता की दिव्यता आस्था की स्वतंत्रता है। गीता विश्व का एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जो मानव को जीने का ढंग सिखाता है। गीता जीवन में प्रेम का पाठ पढ़ाती है। प्रेम में शांति निहित होती है। यह बात महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि प्रेम ही जीवन का आधार है। जिस के जीवन में प्रेम है उस के जीवन में शांति
via जागरण धर्म समाचार
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