पहाड़ों के पीछे डूबते सूरज की स्वर्णिम आभा से चमकता आकाश और नीचे वादी में फैली मखमली घास की ढलान। मानो प्रकृति ही नंदा का सत्कार कर रही हो। नंदा के स्वागत में पलक-पांवड़े बिछाए ग्रामीणों के दृश्य अब पीछे छूट चुके हैं। दिनभर रही रिमझिम बारिश के
via जागरण धर्म समाचार
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