राजजात अब हिमालयी क्षेत्र की ओर प्रवेश करने के पथ पर अग्रसर हो चुकी है। नदी घाटी से पर्वत श्रृंखलाओं की ओर जात के बढ़ने से नंदा पथ जिज्ञासा पथ में तब्दील होने लगा है। फल्दिया से 10 किलोमीटर की दूरी तय कर रात्रि विश्राम के लिए जात के मुंदोली में प्रवेश करने पर भूमिपाल व जैपाल देवता के चौक में उसका भव्य अभिनंदन होता
via जागरण संत-साधक
http://ift.tt/1uedxla
0 comments:
Post a Comment